फर्जी वीडियो बनाने की फैक्ट्री बन गया तहसील कार्यालय , अधिवक्ताओं पर फर्जी एफ आई आर दर्ज कराने तहसीलदार कुछ अधीनस्थ कर्मचारियों पर बना रहे प्रेशर, उनके कॉल डिटेल की जांच हो- अधिवक्ता संघ

रायगढ़। तहसील कार्यालय इन दिनों फर्जी वीडियो बनाने की फैक्ट्री बन गया है । इस फैक्ट्री में भ्रष्टाचार के पुजारियों की ओर से फर्जी वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में डाले जा रहे हैं । फैसलों को बेचने वाला दुकानदार और उसका छूट भैया भाई कूद कूद कर सरकार की किरकिरी कर रहे हैं ।

अधिवक्ता संघ रायगढ़ की ओर से एक विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि रायगढ़ तहसीलदार सुनील अग्रवाल की ओर से तहसील कार्यालय के कुछ कर्मचारियों पर दबाव बनाकर अधिवक्ताओं के खिलाफ षड्यंत्र किया जा रहा है और अन्य अधिवक्ताओं के विरुद्ध एफआईआर करवाने का दबाव भी बनाया जा रहा है। अधिवक्ता संघ की ओर से बताया गया कि एक फैब्रिकेटेड वीडियो घटना दिनांक के लगभग सप्ताह भर बाद अचानक ही प्रगट होता है और उसके माध्यम से पहले विभिन्न माध्यमों से वायरल करा कर अधिवक्ताओं को पुनः बदनाम किया जाता है फिर अपने कार्यालय के एक कर्मचारी पर दबाव बनाते हुए अन्य अधिवक्ताओं पर एफ आई आर कराने के लिए थाने भेजा जाता है।
रायगढ़ अधिवक्ता संघ की ओर से स्पष्ट किया गया है कि आज एक आवेदन तहसीलदार के अधीनस्थ एक कर्मचारी द्वारा थाने में भेजने की बात कही जा रही है जिसमें अब कुछ और अधिवक्ताओं पर अर्थात जिन पर अब तक कोई एफ आई आर दर्ज नहीं है उन पर भी मामला दर्ज किए जाने संबंधी प्रयास किया जा रहा है, जबकि यह वही तथाकथित पीड़ित कर्मचारी है जिसके कहने पर सप्ताह भर पूर्व ही भुवन लाल साहू सहित कुछ अधिवक्ताओं पर एफ आई आर हो चुका है उनके खिलाफ एफ आई आर के लिए थाने में आवेदन किया था, लेकिन किसी भी अन्य अधिवक्ताओं का नाम शिकायत में शामिल नहीं था।

अधिवक्ता संघ का कहना है कि तहसील कार्यालय के प्रत्येक कर्मचारी और अधिकारी अधिवक्ताओं को बखूबी जानते पहचानते हैं बावजूद इसके तथाकथित पीड़ितों की ओर से पुलिस को दिए गए शिकायत पत्र और अपने बयान में अधिवक्ताओं के नाम का कहीं पर भी उल्लेख नहीं है। फैब्रिकेटेड वीडियो जारी करवाकर अधिवक्ता संघ के आंदोलन को प्रभावित करने के उद्देश्य से अपने अधीनस्थ कर्मचारियों से तहसीलदार सुनील अग्रवाल द्वारा दबाव बनाते हुए थाने में शिकायत करवाई जा रही है इसे अधिवक्ता संघ किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं करेगा। अधिवक्ता संघ ने मांग की है कि तहसीलदार के कॉल डिटेल की जांच की जाए तो सच का सच और झूठ का झूठ सामने आ जाएगा और तहसीलदार सुनील अग्रवाल की ओर से रचे जा रहे हैं षड्यंत्र का खुलासा हो जाएगा।
साथ ही जिला अधिवक्ता संघ रायगढ़ के अध्यक्ष राजेंद्र पांडेय ने कहा कि यदि अब किसी और अधिवक्ता का नाम एफआईआर में पुलिस द्वारा जोड़ा जाएगा तो पूरे प्रदेश के अधिवक्ता उग्र आंदोलन हेतु बाध्य होंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button